Shayari Bachpan or aaj ki Pasand By parul jain - July 14, 2017 0 1673 Share on Facebook Tweet on Twitter बचपन मे हम ज़ोर से रोते थे जो पसंद होता उसे पाने के लिए.. आज बड़े हो के चुपके से रोते है जो पसंद है उसे भुलाने के लिए